बेटियों की माँ बेटियों की माँ
बेटियों की ज़िंदगी का सोचो कितनी बदनसीब होती हैं ना, बेटियों की ज़िंदगी का सोचो कितनी बदनसीब होती हैं ना,
माँ ज़िंदा रहती है हमेशा अपनी बेटियों में हमेशा उनकी रसोई में। माँ ज़िंदा रहती है हमेशा अपनी बेटियों में हमेशा उनकी रसोई में।
तो तू भी है मेरे चारों धाम। माँ तुझे सलाम, माँ तुझे सलाम।। तो तू भी है मेरे चारों धाम। माँ तुझे सलाम, माँ तुझे सलाम।।
जब माँ शिकायत करती है अपनी बेटी सेकि तू भूल गई है मुझे। तब बेटी के दिल से निकले ये शब्द। जब माँ शिकायत करती है अपनी बेटी सेकि तू भूल गई है मुझे। तब बेटी के दिल से निकले ...
माँ की ममता कभी, ना शबदो में हो बयाँ, पाने को इसका लाड, तरसते है रब भी सदा माँ की ममता कभी, ना शबदो में हो बयाँ, पाने को इसका लाड, तरसते है रब भी सदा